विगत दिवस मंगल पड़ाव से संगीत क्लास के लिए ऑटो में बैठी, 16 वर्षीय नाबालिक बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म के चलते जहां शहर में इस घटना स्थानी लोगों में उबाल है वहीं अब प्रशासन भी स्थिति को सुधारने के लिए शहर में ऑटो चालकों के सत्यापन की मुहिम चला रहा है, जिसके चलते हल्द्वानी मे ऑटो की संख्या व सडक जाम मे प्रत्यक्ष कमी देखने को मिल रही है, और आरटीओ और पुलिस की सख्ती का असर दिखने लगा है पुलिस और आरटीओ की ओर से चलाए जा रहे अभियान के चलते शहर से ऑटो सड़क से गायब हो गए हैं। हल्द्वानी की सड़कें खाली खाली नजर आने लगी है! संभागीय परिवहन अधिकारी संदीप सैनी ने बताया की इस अभियान में सात टीमों को लगाया गया है जिसके तहत टीम ने कुल 150 टेंपो, ऑटो और ई-रिक्शा के चालान काटे। टेंपो, ऑटो सहित 44 वाहनों को सीज किया गया। वही आरटीओ विभाग एक नई पहल शुरू करने जा रहा है जहाँ अब ट्रांसपोर्ट ड्राइवर बैच अब हर ड्राइवर के पास होना अनिवार्य होगा,समस्त चालकों के सत्यापन किए जाने के बाद ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी उसे एक बैच जारी करेगी जिसमें उस ड्राइवर की पूरी जानकारी सम्मिलित होगी, आरटीओ संदीपसैनी ने बताया की किसी भी चालक को जारी किया गया बैच किसी अन्य को ट्रांसफर नहीं किया जा सकता है, इस पहल से विभाग के पास समस्त ड्राइवर का एक डाटा स्टोर होगा जिससे किसी भी घटना के दौरान अमुख व्यक्ति को ढूंढने में आसानी होगी वही अपराधों में अंकुश लगाने में यह योजना कारगर साबित होगी!