पाल कालेज ऑफ टैक्नोलौजी एण्ड मैनेजमैन्ट में जिला स्तरीय विधालयी एथेलिट प्रतियोगिता 2024-25 का आयोजन पाल कालेज ऑफ टैक्नोलौजी एण्ड मैनेजमैन्ट में जिला शिक्षाधिकारी, नैनीताल के मार्गदर्शन में जनपद स्तरीय विधालयी एथलेटिक चैंपियनशिप का शुभ्भारम्भ हुआ। इस शानदान एथलेटिक प्रतियोगिता में 8 विकास खण्डों से करीब 350 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया और अपनी उत्कृष्ठ एथलेटिक प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इस चैंपियनशिप का उद्देश्य छात्रों में खेल भावना को बढावा देना और उनमें प्रतिस्पर्धात्मक को जागृत करना था।
इस चैपयिनशिप के मुख्य अतिथि मा० श्री नारायण पाल जी, पूर्व विधायक एवं चेयरमैन पी०सी०टी०एम० ने उदघाटन के उपरान्त प्रतिभागियों को प्रोत्साहित किया और उन्हें खेलकूद की महत्ता को समझाते हुए कहा की विद्यार्थी जीवन में खेल का महत्व अत्यधिक होता है। खेलने से न केवल शारीरिक स्वास्थ्य सुधारता है, बल्कि मानसिक और सामाजिक स्वास्थ्य को भी प्रोत्साहित किया जाता है। विद्यार्थी छात्रों को नियमित रूप से खेलने की आदत डालनी चाहिए, ताकि वे सकारात्मक और संतुलित जीवन जी सकें। खेल मे एक पक्ष जीत होती एक की हार इसलिए खिलाड़ी को हर घड़ी अपना मनोबल ऊंचा रखना चाहिए “हार भी जाओ तो ग़म ना करो, फिर से खेलो मगर हौसला कम ना करो।” इन सुविचारों के साथ पूर्व विधायक नारायण पाल ने खेल में सम्मिलित सभी खिलाड़ियों को उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी..
पाल कॉलेज टेक्नोलॉजी-मैनेजमेंट के सीईओ निर्भय पाल ने कार्यक्रम के दौरान कहा की छात्र जीवन मे शिक्षा के साथ खेल के प्रति लगाव छात्रो के लिए मील का पत्थर साबित हो सकता हैं,खेलने से मनोवैज्ञानिक तत्वों में सुधार होता है। यह हमें स्थिरता, धैर्य, ध्यान, और टीमवर्क कौशल विकसित करने में मदद करता है। खेल मन की चिंताओं और तनाव को कम करता है और मनोदशा को सकारात्मक बनाता है।वही सामाजिक संबंधों का विकास होता है। यह हमें सामरिकता, सहयोग, नेतृत्व कौशल, और उच्चतम मानकों के प्रतीक बनाता है। खेल के माध्यम से हम अन्य लोगों के साथ मिलकर खेल सकते हैं और साझा अनुभव कर सकते हैं। इसके अलावा, खेल विभिन्न सामाजिक संस्थाओं, क्लबों और समुदायों को एकजुट करता है और सामरिक भावना को बढ़ावा देता है।स्वामी विवेकानंद ने भी कहा हैं की खेल खेलने से हम अपने शरीर, मन, और आत्मा का संतुलन बनाए रख सकते हैं।