उत्तराखंड
*जो कहा वह किया:-ये कहना है कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या का इस बात पर मंथन करें तो इस बात पर सच्चाई भी नज़र आती है अपने पद की गरिमा और लोक हित की योजनाओं को लेकर गंभीर रेखा आर्या ने कई जन कल्याणकारी योजनाओं की सौगात आम जनता को दी वही खासकर महिलाओ के प्रति सजग रही है, जिसका ज्वलंत प्रमाण महालक्ष्मी किट योजना है जिसकी शुरुआत कर गर्ववती महिलाओ को राहत देने की इस योजना को अम्लीजामा पहनाया वही इस योजना को नवजात बालिका के साथ नवजात बालको के लिए भी लागु करने के अपने संकल्प को पूरा किया..
आज महिला एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने बताया कि बीते दिनों माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में महालक्ष्मी किट को लेकर एक अहम निर्णय लिया गया था। जो महालक्ष्मी किट सिर्फ बेटियों के जन्म पर दी जाती थी उसे अब बेटों के जन्म (प्रथम दो प्रसव ) पर भी दिया जाएगा। ऐसे में अब महालक्ष्मी किट बेटी और बेटे दोनों के जन्म पर प्राप्त होगी। मेरे द्वारा पूर्व में भी इस बात को कहा गया था कि हम जल्द ही बेटों के जन्म पर भी महालक्ष्मी किट देंगे जिसके लिए विभाग लगातार प्रयासरत था। जिसका कि शासनादेश भी जारी कर दिया गया है!
कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि महालक्ष्मी किट हम बालिकाओ के जन्म पर देते हुए आ रहे थे ऐसे में जनभावनाओं के अनुरूप यह मांग लगातार की जा रही थी कि इसे बेटो के जन्म पर भी दिया जाए। अब इसे जेंडर आधारित ना करते हुए महिला के प्रथम दो प्रसव तक महालक्ष्मी किट दिये जाने का शासनादेश भी हो गया है! ऐसे में जो लैंगिक समानता है वह यहां पर दिखती है। *अब महालक्ष्मी किट को बेटों के जन्म पर भी अधिक से अधिक महालक्ष्मीयां प्राप्त कर पाएंगी।*