18 कुमाऊं रेजीमेंट के 49वें स्थापना दिवस को भव्य रूप मनाया गया, जमकर थिरके भूतपूर्व सैनिक और परिजन..

हल्द्वानी में 18 कुमाऊं रेजीमेंट के 49वें स्थापना दिवस को भव्य रूप मनाया गया जहाँ 18 कुमाऊं के भूतपूर्व सैनिकों ने रंगारंग कार्यक्रम किया भारतीय सेना में अपनी अलग पहचान रखने वाली 18 कुमाऊं रेजीमेंट के भूतपूर्व जवानों ने 49वें स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित भूतपूर्व सैनिकों ने इस मौके पर सेना में बिताए अपने कार्यकाल को याद किया. वही इस मौके पर सभी भूतपूर्व सैनिक परिजनो संग कुमाउनी गानो में जमकर थिरकते नज़र आये !

माँ कलिका की पूजा अर्चना के दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया साथ ही 18 कुमाऊं रेजीमेंट के भारतीय सेना में गौरवशाली इतिहास की यादों को भी साझा किया वहीं इस मौके पर भूतपूर्व सैनिक संगठन के अध्यक्ष तारा दत्त जोशी ने बताया की 01 जनवरी 1976 को भारतीय फौज में 18 कुमाऊं रेजीमेंट की स्थापना की गई थी जिसे हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी 18 कुमाऊं रेजीमेंट के भूतपूर्व सैनिकों द्वारा अपनी रेजीमेंट का 49वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया जा रहा है. भारतीय सेना में 18 कुमाऊं रेजीमेंट का इतिहास काफी गौरवशाली रहा है स्थापना दिवस के मौके पर मौजूद भूतपूर्व सैनिकों ने सेना में बिताए अपने गौरवशाली पलों को याद किया है.

18 कुमाऊं रेजीमेंट के 4वें स्थापना दिवस के इस कार्यक्रम के माध्यम से सभी 18 कुमाऊं रेजीमेंट के भूतपूर्व सैनिक सेना में कार्यरत अपने 18 कुमाऊं रेजीमेंट के सभी साथियों को स्थापना दिवस की शुभकामनाए दी बता दें कि कुमाऊं रेजीमेंट के 13 सदस्यों ने सुंदरढूंगा घाटी के दुर्गाकोट चोटी को फतह किया था. यह चोटी 5800 मीटर ऊंची है. बता दें कि सेना के किसी भी टुकड़ी ने पहली बार यहां चढ़ाई करने में सफलता पाई थी कुमाऊं रेजीमेंट के पर्वतारोही दल ने विपरीत परिस्थितियों का सामना करते हुए इस चोटी पर चढाई की.

इस अवसर पर 18 वी कुमाऊं रेजीमेंट के पूर्व सैनिक संगठन के अध्यक्ष तारागढ़ जोशी सब ओनेरेबल कैप्टेन नैन सिंह, सब ओनेरेबल कैप्टन भोपाल सिंह, नायब सूबेदार देवकीनंदन पाठक, नायब सूबेदार सुरेंद्र सिंह बिष्ट, लाइव सूबेदार राजेंद्र सिंह धामी संगठन के सचिव मदन सिंह समेत के पूर्व सैनिक दर्दनाक पूर्व सैनिक और परिजन इस कार्यक्रम का हिस्सा बने !

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *